अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आशा वर्कर्स का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

Asha workers protest on International Women's Day


प्रत्येक जिले में सरकारी शार्ट स्टे होम्स व कामकाजी महिलाओं के लिए होस्टल बने, बसों में लगे कैमरे : शीला



फतेहाबाद, 7 मार्च (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आशा वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। जिलेभर से एकत्र आशा वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के बाद आशा वर्कर्स यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने नायब तहसीलदार राजेश गर्ग को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।

इस मौके पर जिला प्रधान शीला शक्करपुरा, सीटू जिला सचिव ओमप्रकाश अनेजा व जिला कैशियर बेगराज ने कहा कि एक तरफ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सरकारें महिलाओं को उनके अधिकार देने के बड़े-बड़े भाषण दे रही हैं। वहीं दूसरी ओर आज भी महिलाओं को अपने हकों के लिए आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ा है। उन्हें पक्का रोजगार देने की बजाय अस्थाई रोजगार देकर उनका शोषण किया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान सभा का संचालन सविता भूना ने किया।

ज्ञापन में आशा वर्कर्स ने मांग की है कि हिंसा से पीड़ित महिलाओं के पुनर्वास के लिए बजट का प्रावधान हो व जस्टिस वर्मा समिति की सिफारिशें लागू कर निर्भया फंड के लिए आवंटन बढ़ाया जाए। इसके अलावा कार्यस्थलों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट एक्ट को सख्ती से लागू करने, महिलाओं के साथ होने वाले साइबर अपराधों के खिलाफ विशेष कानून, ऑनर किलिंग व अपराधों के खिलाफ सख्त कानून, सभी के लिए नौकरियां सुनिश्चित करने व मनरेगा की दिहाड़ी छह सौ रुपये व दो सौ दिन काम के सुनिश्चित करने सहित कई मांग रखीं।

इस अवसर पर कांता पिरथला, दर्शना जांडली कलां, अंग्रेजों भूना, सुमन धारनियां, सुमित्रा व अनीता बड़ोपल, सुनीता लहरियां, उमा धौलू, राजबाला दहमन, राजबाला एमपी रोही सहित काफी संख्या में आशा वर्कर्स मौजूद रहीं।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुनील