पणजी: गोवा विधानसभा की 40 सीट पर चुनाव के लिए मतदान सोमवार सुबह मतदान आरंभ हो गया, जिसमें 301 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं।

निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि तटीय राज्य में एक चरण में हो रहे चुनाव के तहत मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और यह शाम छह बजे तक जारी रहेगा।

मतदान के लिए 11 लाख से ज्यादा लोग पात्र हैं। इनमें 9,590 दिव्यांगजन, 80 वर्ष से अधिक आयु के 2,997 लोग, 41 यौनकर्मी और नौ ट्रांसजेंडर शामिल हैं। मतगणना 10 मार्च को की जाएगी।

गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां आम आदमी पार्टी (आप), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और अन्य छोटे दल राज्य के चुनावी परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ने की होड़ में हैं।

एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर दस्ताने उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं की सुविधा के लिए राज्य में 100 से अधिक महिला मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव पर निगरानी रखने के लिए राज्य में 81 उड़न दस्ते सक्रिय हैं।

प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)), विपक्ष के नेता दिगंबर कामत (कांग्रेस), पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ (टीएमसी), रवि नाइक (भाजपा), लक्ष्मीकांत पारसेकर (निर्दलीय), पूर्व उप मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई (गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी)) सुदीन धवलीकर (महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी)), पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर और मुख्यमंत्री पद के लिए ‘आप’ का चेहरा अमित पालेकर शामिल हैं।

निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य में प्रति बूथ पात्र मतदाताओं की औसत संख्या 672 है, जो देश में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि वास्को विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 35,139 योग्य मतदाता हैं, जबकि मोरमुगांव सीट में सबसे कम 19,958 मतदाता हैं।

कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने चुनाव लड़ने के लिए महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठजोड़ किया है। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने भी चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन के बिना चुनाव लड़ रही है। रिवॉल्यूशनरी गोअंस, गोएंचो स्वाभिमान पार्टी, जय महाभारत पार्टी और संभाजी ब्रिगेड के प्रत्याशियों के अलावा 68 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं।

कुल 105 महिला मतदान केंद्र हैं, जिन्हें ‘पिंक बूथ’ भी कहा जाता है। राज्य में 2017 के चुनाव के दौरान 82.56 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 13 सीटें मिली थीं। भाजपा ने कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय विजेताओं के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा प्रमुख जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले एक महीने में भगवा दल के लिए प्रचार किया। भाजपा ने गोवा में चुनाव से पहले किसी दल के साथ गठबंधन नहीं किया है। कांग्रेस ने चुनाव में 37 और उसकी सहयोगी जीएफपी ने तीन उम्मीदवार खड़े किए हैं। कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने तटीय राज्य में अपनी पार्टी के लिए प्रचार किया था।