पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि राज्य विधानसभा के वर्ष 1963 से 2000 तक के रिकॉर्ड सचिवालय बदले जाने के दौरान नष्ट हो चुके हैं।

सावंत ने सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं उन्हें संरक्षित रखना चाहता था। लेकिन वे नष्ट हो गए। मैं क्षमा चाहता हूं, ऐसा नहीं होना चाहिए था। अब वर्ष 2000 से हम रिकॉर्ड रख रहे हैं और उनका डिजिटलीकरण किया जा रहा है।'

उन्होंने कहा कि गोवा विधानसभा का पहला सत्र 1963 में आयोजित हुआ था।

सावंत ने कहा कि वर्ष 2000 में जब सचिवालय को आदिल शाह पैलेस से नए परिसर में स्थानांतरित किया गया तो गोवा के पहले मुख्यमंत्री दयानंद बंदोदकर के भाषणों सहित विधानसभा की कार्यवाही के पुराने रिकॉर्ड नष्ट हो गए।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'मेरी योजना सीडी और अन्य प्रारूपों के माध्यम से उन्हें (रिकॉर्ड को) डिजिटल रूप देने की थी ताकि भविष्य में नए विधायक उनका इस्तेमाल कर सकें। लेकिन, सचिवालय से स्थानांतरित करते समय वे रिकॉर्ड नष्ट हो गए।

सावंत ने कहा कि जब वह गोवा विधानसभा के अध्यक्ष बने थे तो उन्हें पता चला था कि ये रिकॉर्ड नष्ट हो गए हैं।

गोवा 1961 में पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ था और 1963 में बंदोदकर के नेतृत्व में पहला विधानसभा सत्र आयोजित किया गया था।