पणजी: गोवा समुद्री सम्मेलन का तीसरा सत्र सात से नौ नवंबर के बीच यहां आयोजित किया जा रहा है। पहुंच बढ़ाने संबंधी भारतीय नौसेना की इस पहल में हिंद महासागर क्षेत्र में गैर पारंपरिक खतरों तथा अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

नौसेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि हिंद महासागर के 12 तटवर्ती देशों बांग्लादेश, कोमोरस, इंडोनेशिया, मैडागास्कर, मलेशिया, मॉलदीव, मॉरिशस, म्यांमा, सेशैल्स, सिंगापुर, श्रीलंका और थाइलैंड के नौसेना प्रमुख अथवा समुद्र सुरक्षा बलों के प्रमुख इसमें हिस्सा लेंगे।

भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा,‘‘गोवा समुद्री सम्मेलन(जीएमसी)-2021 का तीसरा सत्र गोवा के ‘नेवेल वॉर कॉलेज’ के तत्वावधान में सात से नौ नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। जीएमसी भारतीय नौसेना की पहुंच बढ़ाने की पहल है जो समुद्री सुरक्षा में लगे लोगों और शिक्षाविदों के अनुभवों को साझा करने के लिए बहुदेशीय मंच उपलब्ध कराती है।’’

प्रवक्ता ने कहा कि यह सम्मेलन इस साल मई में आयोजित ‘गोवा मैरीटाइम सिम्पोजियम-21’ के कार्य स्तर पर विचार-विमर्श को आगे बढ़ाएगा।

उन्होंने कहा कि जीएमसी के इस वर्ष के सत्र का विषय ‘‘समुद्री सुरक्षा और उभरते गैर-पारंपरिक खतरे: आईओआर (हिंद महासागर क्षेत्र) नौसेनाओं के लिए अग्रसक्रिय भूमिका’’ है, जिसे समुद्री क्षेत्र में दैनिक शांति की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।

नौसेना के अधिकारी ने कहा कि नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह हिंद महासागर के 12 तटवर्ती देशों के नौसेना प्रमुखों तथा समुद्री बलों के प्रमुखों की मेजबानी करेंगे।