बर्लिन : सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के सदस्यों ने मंगलवार को उन देशों के लिए एक नया "जलवायु क्लब" बनाने का संकल्प लिया, जो ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए और अधिक महत्वाकांक्षी कार्रवाई करना चाहते हैं।

जी -7 शिखर सम्मेलन के मेजबान जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज द्वारा आगे बढ़ाए गए इस प्रस्ताव से क्लब में शामिल होने वाले देश इस सदी में वैश्विक तापमान को पूर्व औद्योगिक युग की तुलना में 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए सख्त उपायों पर सहमत होंगे।

क्लब में शामिल देश अपने उपायों में इस तरह का सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करेंगे कि वे उपयुक्त माने जाएं और इसके जरिए सदस्य देश एक-दूसरे के आयात पर जलवायु संबंधी शुल्क लगाने से बचें।

तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंत में शोल्ज ने कहा कि उद्देश्य "यह सुनिश्चित करना है कि जलवायु की रक्षा करना एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है, न कि नुकसान।"

उन्होंने कहा कि नियोजित जलवायु क्लब के विवरण को इस वर्ष अंतिम रूप दिया जाएगा।