नई दिल्ली : मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (MEIT) की तरफ से सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सख्त निर्देश देते हुए कहा गया है कि वो तत्काल प्रभाव से उन सभी पोस्ट को हटा दें, जिसमें कोरोनावायरस के "इंडियन वेरिएंट" का जिक्र किया गया है।
केंद्र की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि इस तरह के पोस्ट फेक न्यूज और भ्रामक खबरें फैलाते हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फैलाई जा रही हैं फर्जी खबरें
MEIT की तरफ से कहा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोरोनावायरस के इंडियन वेरिएंट नाम से कई तरह की सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। ऐसे में मंत्रालय की इस तरह की पोस्ट को नोटिस में लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉम को इस तरह की पोस्ट हटाने का निर्देश दिया गया है।
मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस के इंडियन वेरिएंट के नाम से फैलाई जाने वाली खबरें पूरी तरह से गलत हैं। इस तरह के किसी भी कोरोनावायरस वेरिएंट का जिक्र वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की तरफ से नहीं किया गया है।
WHO की तरफ से कोरोनावायरस के B1617 से जुड़े इंडियन वेरिएंट को मान्यता नहीं दी गई है।
B.1.617 वेरिएंट के साथ नहीं जोड़ा गया “इंडियन वेरिएंट”
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इस मामले में एक स्पष्टीकरण जारी किया गया था, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को कोरोनावायरस के इंडियन वेरिएंट से जुड़ी खबरों को हटाने का निर्देश दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि WHO ने अपने 32 पन्नों के दस्तावेज में कोरोना वायरस के B.1.617 वेरिएंट के साथ “इंडियन वेरिएंट” शब्द नहीं जोड़ा है।
इस तरह का कोई वेरिएंट WHO ने वैज्ञानिक रूप से नहीं बताया है। WHO ने कोरोना वायरस के B.1.617 वेरिएंट के साथ इंडियन वैरिएंट’ शब्द नही जोड़ा है।