नयी दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और जिम्बाब्वे के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ एवं मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं तथा इसकी मजबूत नींव दोनों देशों के संबंधों का आधार है।

जिम्बाब्वे नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जैकब मुडेंडा के नेतृत्व में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने संसद भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की।

लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, इस अवसर पर बिरला ने कहा कि भारत और जिम्बाब्वे के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ एवं मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध हैं और दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय दौरे होते रहे हैं।

बिरला ने कहा, "जिम्बाब्वे के साथ भारत के आर्थिक संबंधों में प्रगति हो रही है। जिम्बाब्वे का भरोसेमंद साझेदार होने पर भारत को गर्व है। "

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा,‘‘यह मजबूत नींव हमारे द्विपक्षीय संबंधों का आधार है जिनका विस्तार राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार और निवेश के साथ सांस्कृतिक, दूतावास स्तरीय और विकासात्मक सहयोग जैसे क्षेत्रों में हुआ है।’’

बिरला ने यह भी कहा कि दोनों देशों की संसदों के बीच परस्पर सकारात्मक और सहयोगपूर्ण संबंध रहे हैं। उन्होंने भविष्य में दोनों देशों के संसदों के बीच संबंध और प्रगाढ़ होने की आशा जताई।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में भारत से जिम्बाब्वे को प्रतिवर्ष मिलने वाली छात्रवृत्तियां जिम्बाब्वे के लोगों के बीच लोकप्रिय हैं और जिम्बाब्वे से बड़ी संख्या में छात्र शिक्षा प्राप्त करने भारत आते हैं। बिरला ने मेडिकल पर्यटन के साथ-साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया।

भारत की गौरवशाली संसदीय परंपरा का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत एक सुदृढ़, जीवंत और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है जो इस देश की 1.3 अरब आबादी का प्रतिनिधित्व करता है और उसकी आशाओं और आकांक्षाओं को अभिव्यक्त करता है।