नयी दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्ती को पत्र लिखा और उनसे दक्षिण 24 परगना-1 क्षेत्र और मालदा में जवाहर नवोदय विद्यालय के स्थायी परिसर के लिये भूमि आवंटित करने को लेकर हस्तक्षेप की अपील की ।

प्रधान ने कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में भूमि आवंटन का मुद्दा क्रमश: वर्ष 2007-08 और 2016 से अनसुलझा है ।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष राज्य प्रशासन ने अस्थायी स्थल को वापस ले लिया था जहां दक्षिण 24 परगना-1 में जवाहर नवोदय विद्यालय वर्ष 2007-08 से चल रहा था । इसके कारण छात्रों को पास के नवोदय विद्यालय में स्थानांतरित करना पड़ा और नये दाखिले पर रोक लग गई ।

मालदा में जवाहर नवोदय विद्यालय को नवंबर 2016 में मंजूरी मिली और स्थायी परिसर के निर्माण के लिये उपयुक्त भूमि की तलाश में यह अभी तक शुरू नहीं हुआ है ।

प्रधान ने अपने पत्र में लिखा, ‘‘ जवाहर नवोदय विद्यालय खोलने के लिये 30 एकड़ उपयुक्त भूमि पूर्व शर्त है । ’’ उन्होंने कहा कि अस्थायी तौर पर इस विद्यालय के लिये पहले 3-4 वर्षो में किराया मुक्त आवास एवं 240 छात्रों के पढ़ने के लिये स्थान की व्यवस्था संबंधित राज्य सरकार को करने की बात कही गई है।

उन्होंने कहा कि दक्षिण 24 परगना-1 में जवाहर नवोदय विद्यालय वर्ष 2007 में मंजूर हुआ और वर्ष 2007-08 से अस्थायी स्थल से यह चल रहा था लेकिन जिला प्रशासन के आश्वासन के बावजूद नवोदय विद्यालय के स्थायी परिसर के निर्माण के लिये भूमि अब तक आवंटित नहीं की गई है। इसके अलावा फरवरी 2021 में अस्थायी स्थल को भी वापस ले लिया गया ।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपने पत्र में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मामले पर निजी तौर पर ध्यान देने और अधिकारियों को उपयुक्त भूमि की पहचान एवं हस्तांतरण करने का निर्देश देने का आग्रह किया है।