नवादा , 01 मार्च(हि.स.)। नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड में कार्यरत एक कार्यपालक सहायक पर उसके महिला सहकर्मी ने ही यौन शोषण का आरोप लगा है।



शुक्रवार को थाने में लिखित सूचना देकर कार्रवाई की मांग की गई है ।आरोप है कि पहले प्रेम जाल में फांसाया , फिर शादी करने का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाया। इसके बाद जब प्रेग्नेंट हो गई, तो उसे गर्भपात भी करा दिया। अब वह शादी से ही मुकर गया है। पीड़िता द्वारा शादी के लिए दवाब बनाने पर आरोपित ने पीड़िता की नौकरी से हटाने से लेकर तरह -तरह की धमकियां देता है।

परेशान होकर पीड़िता ने वारिसलीगंज थाने में लिखित शिकायत दी है। हालांकि प्राथमिक की दर्ज नहीं हो सकी थी। यह आरोप वारिसलीगंज प्रखंड में कार्यरत कार्यपालक सहायक सूरज कुमार पिता राजेंद्र विश्वकर्मा के ऊपर लगा है। आरोपित युवक और पीड़िता दोनों साथ काम करते हैं। दोनों वारिसलीगंज में ही अलग-अलग मोहल्ले में किराए के मकान में रहते हैं।

पीड़िता ने कहा कि हम दोनों लंबे समय से एक ही कार्य स्थल पर काम किया करते हैं। इस दौरान हम लोगों का आपस में प्रेम- प्रसंग हो गया। इसके बाद सूरज ने शादी का भरोसा दिलाकर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाया। जब मैं गर्भवती हो गई,तो उसने शादी से इनकार कर दिया। काफी आरजू-मिन्नत के बाद भी वह शादी को राजी नहीं हुआ, मैं वारिसलीगंज थाने पहुंचकर शिकायत दी। थाना में उस दौरान थानाध्यक्ष मौजूद नहीं थे, ऐसे में वहां कार्यरत एक महिला कर्मी के द्वारा कल आने की बात कर कर वापस भेज दी। हालांकि शिकायत पत्र को उस महिला कर्मी ने अपने पास रख लिया।

पीड़िता आगे बताती हैं कि सुबह जब मैं थाना जा रही थी, तब थाना चौक पर सूरज के कुछ लोगों ने यह कहकर रोक लिया कि हमलोग बैठकर समस्या का हल निकाल लेंगे। लेकिन, बाद में फिर सूरज शादी से मुकर गया। उसने पूर्व की भांति ही देख लेने की धमकी दी।

पीड़िता के अनुसार पहली बार उसके साथ 8 फरवरी को भी सूरज ने दुर्व्यवहार किया था। तब हमने अपने नियंत्री अधिकारी से शिकायत की थी, लेकिन सभी सूरज के पक्ष में खड़ा दिखते हैं। सारी बात को भूल जाने को कहते हैं। सूरज शादी करने की बजाय नौकरी खा जाने, देख लेने, कुछ नहीं बिगड़ने आदि- आदि की धमकी दे रहा है। कोई रास्ता नहीं सूझा तब थाना जाकर शिकायत दर्ज कराई।

बातचीत के दौरान पीड़िता ने कहा कि हमारी जिंदगी को तबाह बर्बाद कर दिया गया है। सब लोग उसी के पक्ष में खड़े हैं। हमें इंसाफ दिलाने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। अब पुलिस शिकायत पर किस तरह से कार्रवाई करती है, देखना बाकी है। वैसे, अब भी सामाजिक स्तर पर दोनों पक्षों के बीच मामले को सुलझाने की कवायद जारी है।जानकार बताते हैं कि दोनों की जाति अलग अलग होना शादी में बाधा बन रहा है। हालांकि, पीड़िता इससे इंकार करती हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन