अष्टमी पर हवन पूजन, नौ कन्या भोज भी हुआ

On Ashtami, havan puja and nine girls feast also took place.


धमतरी, 16 अप्रैल (हि.स.)।चैत्र नवरात्र की अष्टमी पर तिथि पर 16 अप्रैल को शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित देवी मंदिरों में हवन हुआ। हवन के बाद भक्तों ने प्रसादी पाई। कई स्थानों में नौ कन्या भोज भी कराया गया। अष्टमी पर शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी, गंगरेल की मां अंगारमोती सहित अन्य देवी मंंदिरों में माता का दर्शन करनेे भीड़ उमड़ी।



चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन देवी स्थलों पर माता की विशेष आरती हुई। शुभ मुहूर्त में हवन पूजन का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद माता के नौ रूपों को नौ प्रतीक स्वरूप भोग लगाने के उद्देश्य से नौ कन्या भोज का आयोजन विभिन्न स्थलों पर हुआ। अष्टमी पर शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी, गंगरेल की मां अंगारमोती, दंतेश्वरी मंदिर रिसाईपारा, शीतला मंदिर, दुर्गा मंदिर पावर हाउस बठेना वार्ड, काली मंदिर रुद्री रोड गोकुलपुर, रिसाईमाता मंदिर, डाकबंगला वार्ड स्थित काली मंदिर, काली मंदिर सोरिद, हटकेशर के कामना मंदिर, दानीटोला वार्ड स्थित शीतला मंदिर, शिव चौक स्थित वैष्णव मंदिर, बस स्टैण्ड स्थित काली मंदिर, रत्नाबांधा के रत्नेश्वरी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में हवन पूजन हुआ। पुरूर के मौली माता मंदिर, जगतरा समिति दुर्गा मंदिर, कनेरी स्थित मां काली मंदिर सहित आमदी, कुकरेल, भखारा, कोलियारी, भटगांव, सोरम, नवागांव, लोहरसी के देवी मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए भीड़ उमड़ी। सुबह से लेकर देर शाम तक मंदिरों में श्रद्धालुओं का आना- जाना लगा रहा। नवमीं के अवसर जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया है। नवरात्र की नवमी तिथि पर शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में नौ दिनों तक स्थापित किए गए जोत जंवारा का आज शुभ मुहूर्त में बाजे- गाजे के साथ विसर्जन होगा। धमतरी शहर के गोकुलपुर वार्ड स्थित शीतला मंदिर मंदिर, महिमा सागर वार्ड के शीतला मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में स्थापित जोत जवारा विसर्जन होगा। विसर्जन कार्यक्रम को मूर्त रूप देने समिति से जुड़े पदाधिकारी जुटे हुए हैं।



नौ कन्या भोज के लिए बच्चों की पूछ परख बढ़ गई



अष्टमी पर पूर्णाहूति होने के बाद नौ कन्या भोज कराया जाता है। नौ कन्या भोज के लिए मंदिरों व घरों के आसपास छोटे बच्चों की पूछ परख बढ़ गई। कई लोगों को छोटी बच्चियों को भोजन कराने के लिए ढूंढते हुए मशक्कत करनी पड़ी। सभी बच्चों को खीर, पूड़ी, हलवा के साथ भोजन कराया गया। पश्चात सबको श्रृंगार सामग्री(चूड़ी, माला, बिंदी, नेलपालिश, रूमाल) के साथ पैसे व श्रीफल भी दिए गए। जो लोग अष्टमी पर नौ कन्या भोज नहीं कर पाए वे नवमी पर नौ कन्या भोज कराएंगे। कई स्थानों पर आज भंडारा होगा।



हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा