कांकेर, 22 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नरहरपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम देश के कई राज्यों से नक्सलवाद का खात्मा कर चुके हैं, दो से तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ से भी नक्सलवाद खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, अन्यथा यह लड़ाई जारी रहेगी। इस देश से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद को समाप्त किया और अब नक्सलवाद समाप्ति की कगार पर है।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पांच वर्ष तक भूपेश बघेल की सरकार थी, नक्सलियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती थी। उन्होंने कहा कि विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाया गया तो चार महीने में ही 90 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया, 123 गिरफ्तार हुए और 250 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। हमने नक्सलवाद को समाप्ति के कगार पर लाने के साथ-साथ विकास का काम भी किया है।



अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस को वोटबैंक की चिंता है, कांग्रेस ने राममंदिर निर्माण को लटका कर रखा था। इनके नेता रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में भी नहीं पहुंचे। यह सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकाल में बड़े-बड़े फैसले लिए गए जो 70 सालों में नहीं लिए गए। आतंकवाद को समाप्त किया। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर बीते 10 वर्षों में बहुत बड़ा परिवर्तन किया। मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनके पास 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड भी है और आने वाले 25 वर्षों का एजेंडा भी है।



अमित शाह ने कहा कि राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि चार दशक तक छत्तीसगढ़ के गरीबों के लिए क्या किया? हमने आतंकवाद खत्म किया, अब नक्सलवाद समाप्ति के कगार में है। देश के 60 करोड़ गरीबों को 05 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया। अब आगे के लिए मोदीजी की गारंटी है कि 70 वर्ष से अधिक के आयु वाले बुजुर्गों को भी आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज दिया जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ का जम्मू-कश्मीर से क्या लेना-देना है। खड़गे आपकी और राहुल बाबा की चाहे जो सोच हो लेकिन कश्मीर के लिए छत्तीसगढ़ का बच्चा-बच्चा जान देने के लिए तैयार है।





हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे/संजीव