चंडीगढ़ : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्वागत समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान के शामिल नहीं होने पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने आपत्ति जताई। राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू शनिवार को पहली बार चंडीगढ़ पहुंचीं।

राज्यपाल ने राजभवन में मुर्मू का स्वागत करते हुए कार्यक्रम से मान की अनुपस्थिति को नोट किया।

पुरोहित ने कहा कि उन्होंने मान को इस स्वागत कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। राज्यपाल ने कहा, ‘‘उन्होंने (मान ने) इसे स्वीकार भी किया था। उनकी कुछ मजबूरियां हो सकती हैं।’’

राज्यपाल के आनुसार मान ने स्वयं आने के बजाय एक प्रतिनिधि भेज दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘कोई कितना भी व्यस्त क्यों न हो, मुझे लगता है कि किसी की संवैधानिक जिम्मेदारी को पूरा करना महत्वपूर्ण है।’’

कार्यक्रम में शामिल हुए कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पुरोहित के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल ने राजभवन के मंच से एक ‘‘राजनीतिक मुद्दा’’ उठाया।

एक बयान में, अरोड़ा ने कहा कि मान का एक पूर्व-नियोजित कार्यक्रम था और इसलिए उन्होंने राष्ट्रपति के स्वागत के लिए उन्हें प्रतिनियुक्त किया था। अरोड़ा ने कहा कि पांच अन्य कैबिनेट मंत्री और सभी वरिष्ठ नौकरशाह इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

राष्ट्रपति सुखना झील में भारतीय वायु सेना के हवाई करतब देखने के लिए चंडीगढ़ में थी।