अमरावती, 24 अगस्त (भाषा) आंध्र प्रदेश सरकार ने सोमवार को राज्य के पेशेवर कर ढांचे में संशोधन किया है। इसमें एक कर स्लैब को 1,250 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है जबकि दूसरे स्लैब को 2,500 रुपये पर यथावत रखा गया है। इस कदम से राज्य सरकार को सालाना 161 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है।


आंध्र प्रदेश सरकार को पेशेवर कर से 2019- 20 में 231.68 करोड़ रुपये कर प्राप्त हुआ जबकि इससे पिछले वर्ष इस मद में उसे 221.80 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।

राज्य के विशेष मुख्य सचिव (राजस्व) रजत भार्गव के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के चलते चालू वित्त वर्ष के दौरान पेशेवर कर से जुलाई तक केवल 46.85 करोड़ रुपये का ही राजस्व प्रापत हुआ है जबकि पिछले साल इसी अवधि में 69.60 करोड़ रुपये का राजस्व मिल गया था। यह आलोच्य अवधि में 32.70 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है।

राज्य में पेशेवर कर में इससे पहले फरवरी 2013 में संशोधन किया गया था। इसके बाद से आर्थिक परिवेश में कई तरह के बदलाव आये हैं जिनका विभिन्न पेशे से जुड़े पेशेवरों की आय पर भी असर हुआ है जिसकी वजह से कुछ श्रेणियों में कर स्लैब में वृद्धि की आवश्यकता पड़ी है।

पेशेवर के नये कर ढांचे में सार्वजनिक टेलीफोन आपरेटर को पेशेवर कर भुगतान करने वालों की सूची से हटा दिया गया है जबकि रेस्त्रां, पैकिंग में खाना बेचने वाले केन्द्रों, केंटीन और कड़ी केन्द्रों को 2,500 रुपये की कर दर के साथ पेशेवर कर देने वालों की सूची में शामिल किया गया है।