कोलकाता :  बांग्ला फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चटर्जी का रविवार को कई बीमारियों की वजह से एक महीने से ज्यादा समय तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद रविवार को निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।

जिस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था उसने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।

उनके परिवार में पत्नी दीपा चटर्जी, पुत्र सौगत चटर्जी और पुत्री पौलोमी बसु हैं।

चटर्जी को कोविड-19 से पीड़ित पाए जाने के बाद छह अक्टूबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें बाद में आईसीयू में भर्ती कर दिया गया था और उनके तंत्रिका तंत्र और किडनी सही तरीके से काम नहीं कर हे थे।

उनका संक्रमण ठीक हो गया था लेकिन प्लाज्मा थेरेपी और डायलसिस व कई दूसरी प्रक्रियाओं के बावजूद उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ।

चिकित्सकों ने 13 नवंबर को कहा था कि उपचार का उनके शरीर पर असर नहीं हो रहा था।

अस्पताल ने एक बयान में कहा, “हम बेहद भारी मन से यह घोषणा कर रहे हैं कि श्री सौमित्र चट्टोपाध्याय ने बेल व्यू क्लीनिक में आज (15 नवंबर 2020) को 12 बजकर 15 मिनट पर आखिरी सांस ली। हम उनकी आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”

खबर सुनने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मुख्य सचिव अल्पन बंधोपाध्याय और मंत्री इंद्रनील सेन के साथ बेल व्यू क्लीनिक पहुंचीं।

अभिनेता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चटर्जी “एक योद्धा थे जिन्हें उनके काम के लिये याद किया जाता रहेगा। यह बंगाल और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के लिये दुखद दिन है।”

बनर्जी ने कहा, “मैंने छह अक्टूबर को उनसे (सौमित्र चटर्जी से) फोन पर बात की थी, जब कोविड-19 से पीड़ित पाए जाने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे विश्वास से भरे थे। वह कोविड-19 से उबर चुके थे, यद्यपि उनका निधन हो गया।”

उन्होंने कहा कि उनका निधन देश के फिल्म समुदाय के लिये “अपूरणीय क्षति” है।

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता के निधन पर उनके साथ काम कर चुके कई अभिनेताओं और निर्देशकों ने शोक व्यक्त किया।

करीब छह दशकों के अपने करियर में चटर्जी ने 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया।

ऑस्कर विजेता फिल्मकार सत्यजीत राय के निर्देशन में कई फिल्मों में अभिनय करने वाले चटर्जी को बंगाली सिनेमा को राय के साथ दुनिया तक पहुंचाने के लिये याद किया जाएगा।

सत्यजीत राय के बेटे फिल्म निर्देशक संदीप राय ने कहा, “वह उत्कृष्ट अभिनेता थे। पिछले छह दशकों से हमारे पारिवारिक संबंध हैं। वह हर चीज को लेकर सजग थे…उन्हें सबकुछ सटीक चाहिए होता था।”



कई फिल्मों में उनकी सह कलाकार रहीं अपर्णा सेन ने कहा कि चटर्जी उनके लिये परिवार की तरह थे।

सेन ने कहा, “मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि वह हमारे साथ नहीं हैं। मुझे अंत तक किसी चमत्कार की उम्मीद थी।”

चटर्जी को 2018 में फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान लीजन डी ऑनर से सम्मानित किया गया था।