गाजियाबाद (उप्र) : गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के महंत और महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने शुक्रवार को दावा किया कि उच्चतम न्यायालय में दया मृत्यु की अनुमति मांगने जा रहे उनके नौ शिष्यों को दिल्‍ली में तिलक मार्ग पर पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्‍हें शाम को छोड़ दिया।

शुक्रवार को जारी एक बयान और वीडियो क्लिपिंग में यति ने कहा, 'शुक्रवार की सुबह नौ साधु उच्चतम न्‍यायालय के लिए रवाना हुए। इस्लामिक जिहादियों के सिर काटने की धमकियों से मेरे संन्यासी डरे हुए हैं, क्योंकि कई बार मुझे अपने शिष्यों के साथ सिर काटने की धमकी मिली है।'

उन्‍होंने कहा कि वह और उनके शिष्य मुस्लिम आतंकवादियों के मुख्य लक्ष्य हैं। महंत ने कहा कि जिहादी जिस तरह से हिंदुओं को मार रहे हैं, वह बहुत ही दर्दनाक और भयानक है और किसी भी सरकार ने हिंदू संतों को सुरक्षा प्रदान नहीं की है।

यति ने कहा कि यदि हम निवारक तरीकों के बारे में चर्चा करते हैं, तो पुलिस और न्यायपालिका कार्रवाई करती है और हमें जेल भेजती है, जहां हमें प्रताड़ित किया जाता है।

उन्होंने कहा कि जिला पुलिस और प्रशासन ने उनको नजरबंद करने की अवधि शनिवार तक बढ़ा दी है, जिससे उन्हें पवित्र मंदिर परिसर से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी।

बाद में शाम को यति ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सभी नौ साधुओं को दिल्ली पुलिस ने शाम करीब पांच बजे रिहा कर दिया।

इस बीच पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए डासना देवी मंदिर के बाहर पर्याप्त बल तैनात किया गया है।