हैदराबाद : प्रख्यात अभिनेता कृष्णा का मंगलवार तड़के हैदराबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया। तेलुगु सिनेमा में पांच दशक के अपने करियर के दौरान उन्हें पहली ‘सिनेमास्कोप फिल्म’ और ‘70 एमएम’ की पहली फिल्म देने का श्रेय प्राप्त है।

वह 80 वर्ष के थे। कृष्णा तेलुगु सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू के पिता थे।

कृष्णा को सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने के बाद एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें कुछ समय जीवन रक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर) पर भी रखा था।

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि चिकित्सकों का एक दल कृष्णा का उपचार कर रहा था। अस्पताल ने एक बयान में कहा, ‘‘उनके शरीर के कई महत्वपूर्ण अंदरूनी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और मस्तिष्क तक ऑक्सीजन की आपूर्ति रूक गई थी। मंगलवार सुबह चार बज कर नौ मिनट पर उनका निधन हो गया।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा रजनीकांत और कमल हासन जैसे शीर्ष अभिनेताओं ने कृष्णा के निधन पर शोक जताया।

मोदी ने कृष्णा के निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘‘उनका निधन सिनेमा और मनोरंजन जगत को एक बहुत बड़ा नुकसान है।’’ उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कृष्णा एक सुपरस्टार थे, जिन्होंने अपने प्रतिभाशाली अभिनय और जीवंत व्यक्तित्व से लोगों के दिलों को जीता।’’

कृष्णा का पूरा नाम घट्टामनेनी शिवराम कृष्णा था। उन्होंने 1960 के दशक की शुरुआत में फिल्मी दुनिया में कदम रखा। वह अपने दौर में सर्वाधिक मेहनताना पाने वाले अभिनेताओं में शुमार थे। उन्होंने 350 से अधिक फिल्म में अभिनय किया। उन्हें 2009 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

कृष्णा ने ‘गुडाचारी 116’, ‘एजेंट गोपी’, ‘रहस्य गुडाचारी’ और ‘गुडाचारी 117’ जैसी जासूसी फिल्म में अभिनय किया था।

कृष्णा 1989 में एलुरु सीट से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उनके दामाद जयदेव गल्ला (तेलुगु देशम पार्टी) वर्तमान में गुंटूर सीट से लोकसभा सदस्य हैं।

कृष्णा के निधन पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने भी शोक जताया है।

राव ने एक बयान में तेलुगु फिल्म उद्योग में अभिनेता, निर्माता व निर्देशक के रूप में कृष्णा के पांच दशकों के योगदान को याद किया।

राव ने कहा, ‘‘कृष्णा ने 350 से अधिक फिल्म में अभिनय किया, दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी और उनके निधन से तेलुगु फिल्म उद्योग को एक अपूरणनीय क्षति हुई है।’’

आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कृष्णा के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनकी फिल्मों ने विभिन्न मुद्दों पर सामाजिक जागरूकता पैदा की।

जगनमोहन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वह हमारे जेम्स बॉंड थे, जिन्होंने फिल्म उद्योग में अपनी एक विशेष पहचान बनाई थी। उनका निधन तेलुगु फिल्म उद्योग और तेलुगु लोगों के लिए एक बड़ा नुकसान है।’’

उन्होंने दिवंगत अभिनेता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘‘अभिनेता ने फिल्म में क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी अल्लुरी सीताराम राजू की यादगार भूमिका निभाई थी।’’

तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि कृष्णा के निधन के साथ तेलुगु सिनेमा में एक शानदार युग समाप्त हो गया।

कृष्णा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए स्टालिन ने कहा कि उनके निधन से भारतीय सिनेमा को एक अपूरणीय क्षति पहुंची है।

दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कृष्णा गारु का निधन तेलुगु फिल्म उद्योग को एक बड़ा नुकसान है...उनके साथ तीन फिल्म में काम किया, जिसकी यादें मैं सदा संजो कर रखूंगा। उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं हैं...ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे।’’

कमल हासन ने कहा कि कृष्णा के निधन के साथ एक युग का अंत हो गया।

अभिनेता एवं पूर्व मंत्री चिरंजीवी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘यकीन नहीं हो रहा है कि कृष्णा का निधन हो गया।’’ उन्होंने उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।

अभिनेता जूनियर एनटीआर ने ट्वीट में कहा, ‘‘कई प्रायोगिक फिल्म देने के अलावा तेलुगु सिनेमा में कई तकनीक लाने का श्रेय उन्हें जाता है।’’

जन सेना प्रमुख के. पवन कल्याण ने भी कृष्णा के निधन पर शोक जताया और शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदना जताई। कल्याण ने कहा कि कृष्णा ने अभिनय के अलावा संसद सदस्य के तौर पर जन सेवा भी की।

साउथ इंडियन आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने भी कृष्णा के निधन पर शोक जताया।

आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव एस विष्णुवर्द्धन रेड्डी ने भी कृष्णा के निधन पर शोक जताया।