मुंबई : कोरोना वायरस महामारी के बाद मुंबई स्थित अग्रणी संस्थान में 30 फीसदी अधिक कैंसर मरीजों का इलाज हुआ, जिनमें से कई का रोग काफी बढ़ गया था। एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) के चिकित्सकों ने कहा कि इसका कारण अस्पताल जाने का डर हो सकता है। टीएमसी के निदेशक डॉ. राजेंद्र बडवे ने कहा कि संस्थान ने महामारी के दौरान अपनी नियमित क्षमता के मुकाबले 60 प्रतिशत रोगियों का इलाज किया। लेकिन कोविड-19 के मामलों में काफी कमी आने के बाद मरीज फिर से इलाज के लिए लौट रहे हैं।

डॉ. बडवे ने कहा, ‘‘हम 30 प्रतिशत अधिक रोगियों का इलाज कर रहे हैं। इसका मतलब है कि महामारी के दौरान इन 30 प्रतिशत रोगियों का इलाज नहीं किया गया था और वे अब वापस आ रहे हैं। इनमें से कुछ का रोग बहुत नहीं बढ़ा है, लेकिन कई लोगों का कैंसर रोग काफी बढ़ गया है।’’

उन्होंने कहा कि अस्पताल कैंसर की प्रगति की भयावहता को समझने के लिए ऐसे मामलों का दस्तावेजीकरण कर रहा है। डॉ. बडवे ने कहा कि दो-तीन महीने तक इंतजार करने से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन एक या दो साल इंतजार करने से फर्क पड़ेगा।

टीएमसी को हर साल 80,000 नये मरीज मिलते हैं। यह संस्थान मुंबई के अग्रणी टाटा मेमोरियल अस्पताल सहित नौ कैंसर अस्पतालों का संचालन करता है।