इस्लामाबाद, 3 सितंबर। पाकिस्तान में नौ मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा देश में तख्तापलट और गृहयुद्ध का प्रयास था। यह दावा कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने रविवार को किया। हालांकि, काकर ने इस बात से इनकार किया कि हिंसा के आरोपितों पर कानूनी कार्रवाई करने के पीछे बदला लेने का मकसद है।



अर्धसैनिक बल रेंजर्स द्वारा इमरान खान की गिरफ्तारी किए जाने के बाद नौ मई को हुई हिंसा के दौरान रावलपिंडी में सेना मुख्यालय सहित दर्जनों सैन्य प्रतिष्ठानों और सरकारी इमारतों पर हमला कर दिया गया था।