नयी दिल्ली: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को बताया कि मेडिकल कॉलेजों की गुणवत्ता में सुधार एवं उनकी व्यवस्था पर नजर रखने के लिये राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) में कमान एवं नियंत्रण प्रणाली स्थापित की गई है।

लोकसभा में एआईएमआईएम सदस्य इम्तियाज जलील के पूरक प्रश्न के उत्तर में मांडविया ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत एनएमसी में 16 कैमरे लगाकर मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। इसमें यह देखा जा रहा है कि किसी मेडिकल कॉलेज के गेट पर कितने लोग हैं, ओपीडी में कितने मरीज हैं, परिसर के अंदर कितने मरीज हैं, कितने शिक्षक हैं और किस प्रकार की देखरेख हो रही है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि किसी मेडिकल कॉलेज की जांच साल में एक बार करने और उसके आधार पर रिपोर्ट देने की व्यवस्था को हमने बदल दिया है।

उन्होंने कहा कि एनएमसी में नयी व्यवस्था के बाद मानदंड नहीं पूरा करने वाले कुछ कॉलेजों को बंद किया गया है और कुछ पर आगे कार्रवाई की जायेगी।

मांडविया ने कहा कि जिन मेडिकल कॉलेजों के पास उचित व्यवस्था नहीं हो और शिक्षक उपलब्ध नहीं हों, उन्हें मेडिकल कॉलेज नहीं चलाना चाहिए, चाहे वे निजी मेडिकल कॉलेज क्यों न हों।

मंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा और दक्ष चिकित्सक सरकार की प्राथमिकता है और इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम किया जा रहा है।