शिलांग,:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने  मेघालय में चुनावी बिगुल फूंका और महिला सशक्तिकरण, युवाओं की बेहतरी तथा राज्य की संस्कृति के संरक्षण के नाम पर वोट मांगा।

यह दावा करते हुए कि पूर्वोत्तर राज्य पर नयी दिल्ली या गुवाहाटी से शासन चलाया जा रहा है, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए मेघालय के लोगों की मदद करना चाहती है कि इस राज्य में धरती पुत्रों का शासन हो।

बनर्जी फिलहाल मेघालय के दौरे पर हैं, जहां अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

बनर्जी ने यहां टीएमसी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर उनका मनोबल बढ़ाने का प्रयास किया और क्रिसमस से पहले आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुईं।

उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र की भाजपा नीत सरकार ने मेघालय के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की पूरी तरह से अनदेखी की है। बनर्जी ने असम-मेघालय सीमा विवाद के कारण पिछले महीने मुखरोह गांव में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी दी।

पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में बनर्जी ने कहा, ‘‘हमारे प्रगतिशील दृष्टिकोण के आलोक में हम महिला सशक्तिकरण, युवाओं की बेहतरी और जीवंत संस्कृति को बनाए रखने का वादा करते हैं। हम मेघालय के लोगों के लिए ठोस बदलाव लाना चाहते हैं।’’

यह दावा करते हुए कि मेघालय पर ‘प्रॉक्सी’ (प्रतिनिधि के माध्यम से) शासन चल रहा है, बनर्जी ने कहा कि उनकी मंशा सत्ता पर काबिज होकर कोलकाता से शासन चलाने की नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप गुवाहाटी या दिल्ली से शासन क्यों चला रहे हैं? हम पहाड़ी राज्य की जनता को आश्वासन देते हैं कि मेघालय में धरती पुत्र का शासन होगा, किसी बाहरी का नहीं... हम सुनिश्चित करेंगे कि बदलाव आए और पहाड़ी राज्य समृद्ध हो... प्रगति के पथ पर साथ चलें; लोगों को जाति और धर्म के आधार पर क्यों बांटें?’’

बनर्जी ने एक वित्तीय समावेशन योजना का भी वादा किया, जिसके तहत मेघालय में प्रत्येक परिवार में महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने मेघालय की महिलाओं की अनदेखी की है, जबकि हमारा उद्देश्य उन्हें सशक्त बनाना है।’’

गौरतलब है कि मेघालय में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।

इससे पहले, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने पिछले महीने असम-मेघालय सीमा पर झड़पों में जान गंवाने वाले लोगों के परिजन को पांच-पांच लाख रुपये भी वितरित किए।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, मैंने दुखद मुकरोह गोलीकांड के पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। दुख की घड़ी में उनका साथ देना मेरा कर्तव्य है। छोटी-सी सहायता के रूप में मैंने उनमें से प्रत्येक के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि के चेक सौंपे।’’