अमरावती, :आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद पलनाडु जिले के माचेर्ला शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

विपक्षी दल तेदेपा द्वारा एक कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई रैली के दौरान यह झड़प हुई।

तेदेपा ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी के कार्यकर्ताओं ने उसके नेताओं के वाहनों और मकानों में आग लगा दी। भीड़ द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

पलनाडु के पुलिस अधीक्षक वाई रवि शंकर रेड्डी ने कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और उग्र भीड़ को तितर-बितर किया।

पुलिस ने हत्या के एक मामले में शामिल कुछ लोगों के माचेर्ला शहर में पनाह लेने की सूचना मिलने के बाद शनिवार सुबह तलाश अभियान चलाया।

पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘इस झड़प के पीछे गुटबाजी से जुड़े मुद्दे हैं। ये गुट किसी एक दल या अन्य दल में शामिल होते हैं और समर्थन लेते हैं। इदम खरमा राष्ट्रनीकी कार्यक्रम के दौरान एक दल के लोगों ने दूसरे दल के सदस्यों को उकसाने की कोशिश की। पथराव भी हुआ। दूसरे दल ने जवाबी कदम उठाया। किसी भी पहलू से ये झड़पें राजनीतिक मतभेदों से जुड़ी नहीं थीं, बल्कि इनके पीछे गुटबाजी थी।’’

उन्होंने बताया, “शहर में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है और धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। स्थिति नियंत्रण में है। सभी दोषियों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे और जांच चल रही है।”

इस बीच, तेदेपा सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर कथित हमलों की निंदा की।

उन्होंने शुक्रवार रात ट्वीट किया, ‘‘मैं माचेर्ला में तेदेपा कार्यकर्ताओं पर वाईएसआरसीपी के गुंडों के हमले, पार्टी नेताओं के मकानों में आग लगाने और पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करता हूं। इससे भी बुरी बात यह है कि पुलिस सत्तारूढ़ पार्टी की गुंडागर्दी का साथ दे रही है।’’

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सवाल किया कि जब वाईएसआरसीपी के ‘‘गुंडे अराजकता’’ फैला रहे थे, तब पुलिस क्या कर रही थी?