अगरतला : केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने रविवार को कहा कि 2023 का विधानसभा चुनाव ‘वाइब्रेंट त्रिपुरा’ की आधारशिला रखेगा। उन्होंने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से राज्य में इस मिशन में शामिल होने का आग्रह किया।

त्रिपुरा में साल 2023 की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता भौमिक ने पश्चिम त्रिपुरा के बमबूटिया में आयोजित एक रैली में कहा, “2018 का चुनाव त्रिपुरा को वामवंथी शासन से मुक्त करने के लिए मुक्ति संग्राम की तरह था और 2023 के चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक वाइब्रेंट (जीवंत) त्रिपुरा की आधारशिला रखने के लिए होंगे।”

भाजपा ने 2018 के त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे को हराया था, जो राज्य में 25 वर्षों से सत्ता में था।

भौमिक ने कहा, “आप वाम दलों या कांग्रेस से जुड़े रहकर अपने सपने पूरे नहीं कर पाएंगे। आपको यह तय करना होगा कि आपकी आने वाली पीढ़ियां किसके हाथों में सुरक्षित हैं-नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी। आइए अपने परिवार के साथ-साथ राज्य के लिए एक नयी शुरुआत करने के लिए भाजपा से जुड़िए।”

केंद्रीय सामाजिक अधिकारिता एवं सामाजिक न्याय राज्य मंत्री भौमिक ने आरोप लगाया कि माकपा के शासन के दौरान गरीब किसान धान नहीं बेच पाते थे।

उन्होंने कहा, “2018 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही त्रिपुरा में धान की खरीद शुरू हुई। इस साल राज्य ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 35,000 मीट्रिक टन धान की खरीद का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा, बंबूटिया के करीब 2,500 गरीब किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हर साल 6,000 रुपये मिल रहे हैं।”

भौमिक ने दावा किया कि भाजपा लोगों को उनके वैध अधिकारों से वंचित करने में विश्वास नहीं करती है, फिर चाहे वह प्रधानमंत्री आवास योजना हो या फिर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि या कुछ और, लेकिन वह माकपा थी, जिसने लोगों को लंबे समय तक उनके अधिकारों से ‘वंचित’ रखा।