कोलकाता, 13 जुलाई (भाषा) भाजपा के वरिष्ठ नेता दीबेन्द्र नाथ रे का शव पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले में स्थित उनके घर के पास सोमवार सुबह लटका मिला।

रे ने हेमताबाद की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट से माकपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी, लेकिन पिछले साल लोकसभा चुनाव के बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि उन्होंने माकपा से विधायक के तौर पर इस्तीफा नहीं दिया था।

जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा , ‘‘ रे का शव हेमताबाद इलाके में सोमवार सुबह एक दुकान के पास लटका मिला। हमने मामले में जांच शुरू कर दी है। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई है और उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।’’

भाजपा नेता के परिवार ने मामले सीबीआई जांच की मांग करते हुए हत्या की आशंका जतायी है।

परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘‘ हमें लगता है कि यह हत्या है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।’’

भाजपा के राज्य नेतृत्व ने रे की हत्या को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सोची समझी साजिश करार दिया।

भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘ यह तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा की गई जघन्य हत्या है। तृणमूल रे की इलाके में लोकप्रियता को लेकर परेशान थी। हम सच सामने लाने के लिए मामले में स्वतंत्र जांच चाहते हैं। आप राज्य की कानून एवं व्यवस्था अच्छी तरह समझ सकते हैं, जब विधायक ही सुरक्षति नहीं है।’’

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘ यह निंदनीय एवं कायरतापूर्ण कृत्य है, यह आज राज्य की स्थिति बन गई है। हेमताबाद विधायक दीबेन्द्र नाथ रे की हत्या की गई है। उनका शव लटका मिला। क्या भाजपा में शामिल होना उनका अपराध था?’’

वहीं तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं जिला अध्यक्ष कनाईलाल अग्रवाल ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस रे की मौत के कारणों का पता लगाएगी।

अग्रवाल ने कहा, ‘‘ पुलिस ही उनकी (रे की) मौत के कारण का पता लगाएगी। उन्होंने आत्महत्या की या कोई और वजह है....इसे कानून तय करेगा। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।’’