कोलकाता, 29 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने शनिवार को कहा कि वे दुर्गा पूजा से पहले अक्टूबर तक कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने की किसी भी योजना को आगे बढ़ाने से पहले राज्य के उच्च शिक्षा विभाग से सलाह की प्रतीक्षा करेंगे।


उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा था कि कोई भी राज्य या विश्वविद्यालय 30 सितम्बर तक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित किए बिना छात्रों को प्रोन्नत नहीं कर सकता है।

यादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के प्रो वाइस चांसलर चिरंजीब भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने अक्टूबर तक अंतिम सेमेस्टर परीक्षा आयोजित करने के तौर तरीकों और व्यवहार्यता के बारे में प्रारंभिक स्तर पर निर्णय लिया है। हम अगले सप्ताह तक शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, हमारे संकाय, छात्रों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के बाद कोई औपचारिक रुख अपनाएंगे।’’

उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी विकल्पों पर विचार करने और राज्य सरकार द्वारा दी गई सलाह के बाद दुर्गा पूजा से पहले अक्टूबर में अंतिम सेमेस्टर परीक्षा कराने के बारे में सोचेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया है कि हम किसी भी संभावित तारीख को तय करने से पहले, सरकार के साथ बातचीत करेंगे, जो अक्टूबर में भी हो सकती है। यह उच्चतम न्यायालय निर्णय के अनुरूप है कि कोई राज्य यदि 30 सितंबर तक परीक्षा आयोजित नहीं करा पाता है तो उसे यूजीसी से संपर्क करना होगा। आशा है कि तब तक महामारी की स्थिति में थोड़ा सुधार हो जायेगा।’’

प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय की कुलपति अनुराधा लोहिया ने कहा, ‘‘हम एक आपातकालीन बैठक कर रहे हैं। अब बात नहीं कर सकते।’’

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘मैंने हमारे शिक्षा मंत्री से कहा है कि अक्टूबर में दुर्गा पूजा से पहले विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने की संभावना पर गौर करें। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों परीक्षाओं के विकल्पों पर गौर किया जाना चाहिए।’’