देहरादून, :लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को आईआईटी रूड़की को उसके 175 वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि संस्थान अनुसंधान के क्षेत्र में सबसे आगे रहा है।

इस अवसर पर आयोजित एक समारोह में बिरला ने कहा, ‘‘आईआईटी रूड़की अनुसंधान में सबसे आगे है और देश तथा क्षेत्र के विकास में योगदान देता आया है। संस्थान शिक्षा में उत्कृष्टता का वैश्विक स्तर प्राप्त करने तथा अपने अभिनव अनुसंधान के जरिए सतत और समतामूलक समाज बनाने में लगातार प्रयासरत रहा है।’’

उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि आईआईटी-रुड़की राष्ट्र की सेवा करना और भारत के लिए 'विश्वगुरु' के रूप में योग्यता और पहचान बनाना जारी रखेगा।’’

इस मौके पर डाक विभाग के सचिव विनीत पांडेय ने एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। उन्होंने कहा, "आईआईटी रूड़की के सफर की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के मौके पर स्मारक डाक टिकट जारी करना मेरे लिए सम्मान की बात है।”

इस मौके पर संस्थान की ओर से कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

गौरतलब है कि 1847 में अपनी यात्रा शुरू करने वाले संस्थान ने 1900 से पहले के युग में यहां से स्नातक होने वाले पांच दिग्गजों—लाला दीन दयाल, सर गंगा राम, पंडित शिव नारायण अग्निहोत्री, मिर्जा मोहम्मद हादी अली 'रुसवा' और राजा ज्वाला प्रसाद की बड़े आकार के तैल चित्रों की एक चित्र दीर्घा भी प्रदर्शित की।

कार्यक्रम में आईआईटी-रुड़की की एक शानदार ड्रोन बल्ब यात्रा भी शामिल थी जो शहर के हर कोने से दिखाई दे रही थी।