चेन्नई, पांच दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता को सोमवार को उनकी छठी पुण्यतिथि के मौके पर उनके समर्थकों ने याद किया। वहीं अन्नाद्रमुक के प्रतिद्वंद्वी नेता के. पलानीस्वामी और ओ. पनीरसेल्वम ने उन्हें अलग-अलग श्रद्धांजलि दी।

यहां मरीना में दिवंगत नेता के स्मारक पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक काले रंग की पोशाक पहनकर पहुंचे।

अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव पलानीस्वामी ने बड़ी संख्या में समर्थकों का नेतृत्व किया और जयललिता को पुष्पांजलि अर्पित की। पलानीस्वामी ने भी काले रंग के कपड़े पहने थे।

पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिवंगत नेता के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प किया और कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री एमजीआर (एम. जी. रामचंद्रन) द्वारा स्थापित पार्टी को जयललिता ने ‘‘बुरी ताकतों को दूर भगाने’’ और तमिलनाडु को गौरवान्वित करने के लिए आगे बढ़ाया।

रामचंद्रन को एमजीआर के नाम से पहचाना जाता है।

उन्होंने ‘‘परिवारवाद को खत्म करने’’, जन शासन के मार्ग को प्रशस्त करने और तमिलनाडु को देश का सबसे सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का भी संकल्प किया।

पलानीस्वामी ने अपने संबोधन में जयललिता की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाया।

पलानीस्वामी के प्रतिद्वंद्वी पनीरसेल्वम ने दिवगंत नेता के स्मारक तक एक जुलूस का नेतृत्व किया और वहां पहुंच उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। विधायक पी. एच. मनोज पांडियन और आर. वैद्यलिंगम सहित उनके कई समर्थक इस जुलूस में शामिल हुए।

पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिवंगत नेता को तमिलनाडु और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भी श्रद्धांजलि दी। यहां उनके स्मारक पर आए कई लोग भावुक होते भी नजर आए।

जयललिता का 75 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद पांच दिसंबर 2016 को निधन हो गया था।