भुवनेश्वर: देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार को ओडिशा विधानसभा में मतदान जारी है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक वोट डालने वाले शुरुआती सदस्यों में शामिल थे।

सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उत्साही विधायक मतदान के लिए कतारबद्ध दिखे। बीजद ने ‘‘ओडिशा की बेटी’’ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान का फैसला किया है।

भाजपा सदस्य मुकेश महालिंग सुबह 10 बजे मतदान शुरू होने पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले ओडिशा के पहले विधायक थे। यह पहली बार है कि राज्य का कोई व्यक्ति देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के चुनाव के लिए मैदान में है।

राज्य में राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में शायद यह पहली बार है कि सत्ताधारी दल (बीजद) और मुख्य विपक्षी दल (भाजपा) दोनों एक ही उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया है।

ओडिशा विधानसभा के सभी 147 सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं। सत्तारूढ़ बीजद के पास जहां 112 विधायक हैं, वहीं भाजपा के 22, कांग्रेस के नौ और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के एक और एक निर्दलीय विधायक हैं। बीजद के दो सदस्यों को निष्कासित कर दिया गया है।

ओडिशा के सभी 31 सांसद - 21 लोकसभा और 10 राज्यसभा सदस्य - संसद में अपना वोट डालेंगे। लोकसभा के 21 सदस्यों में से 12 बीजद से, आठ भाजपा से और एक कांग्रेस से है। राज्यसभा में बीजद के नौ और भाजपा के एक सदस्य हैं।

कालाहांडी जिले के भवानीपटना से भाजपा विधायक, विपक्ष के नेता प्रदीप्त कुमार नाइक के दिल्ली में अपना वोट डालने की संभावना है क्योंकि वह वहां कोविड-19 के बाद की बीमारियों का इलाज करा रहे हैं।

एक आपराधिक मामले में कथित संलिप्तता के कारण जेल में बंद बीजद के निष्कासित विधायक प्रशांत जगदेव विधानसभा परिसर में अपना वोट डाल सकते हैं।