रांची, 17 नवंबर (भाषा) झारखंड में कथित खनन घोटाले से जुड़े करोड़ों रुपये के धन शोधन मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने से ठीक पहले बृहस्पतिवार पूर्वाह्न साढ़े 10 बजे रांची के हिनू इलाके में स्थित एजेंसी के कार्यालय के आसपास लगभग दो किलोमीटर के क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई।

रांची के अनुमंडलीय मजिस्ट्रेट दीपक दुबे ने एक अधिसूचना जारी की कि अनेक संगठनों के धरना प्रदर्शन की सूचना के आलोक में ईडी के कार्यालय के निकट पूर्वाह्न साढ़े दस बजे से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है।

ईडी कार्यालय के आस-पास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है।

इस बीच, मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि वह ईडी कार्यालय जा रहे हैं।

ईडी ने सोरेन को राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े धन शोधन मामले में बृहस्पतिवार को पूछताछ के लिए यहां अपने क्षेत्रीय कार्यालय में तलब किया है। सोरेन को शुरू में तीन नवंबर को ईडी द्वारा बुलाया गया था, लेकिन वह आधिकारिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए थे और उन्हें गिरफ्तार करने की भी चुनौती दी। इसके बाद उन्होंने समन को तीन सप्ताह के लिए टालने का अनुरोध किया।

ईडी ने कहा है कि उसने राज्य में अब तक 1,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित अपराध का ‘पता’ लगाया है।