नयी दिल्ली : दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बुधवार को कहा कि डेंगू के प्रसार को रोने के मकसद से ‘‘त्वरित प्रतिक्रिया बल’’ का गठन किया गया है और इसके अलावा विभिन्न हितधारकों के साथ अंतर-क्षेत्रीय बैठकें की जा रही हैं।

एमसीडी द्वारा सोमवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 21 सितंबर तक डेंगू के कुल 525 मामले सामने आए हैं।

नगर निगम ने एक बयान में कहा, ‘‘एमसीडी डेंगू की स्थिति को नियंत्रण में रखने के मकसद से लगातार प्रयासरत है। नगर आयुक्त के नेतृत्व में त्वरित प्रतिक्रिया बल का गठन किया गया है और विभिन्न हितधारकों के साथ अंतर-क्षेत्रीय बैठकें की जा रही हैं।’’

पिछले कुछ दिनों में करीब 130 लोगों के डेंगू से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है।

निगम की रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने केवल 21 सितंबर तक 281 मामले सामने आए हैं।

बयान के अनुसार, निरीक्षण स्थलों पर मच्छरों के लार्वा पाए जाने के बाद एमसीडी ने 91,462 कानूनी नोटिस जारी किए और 33,226 मामले दर्ज किए। निगम ने 12,659 घरों और भवनों के मालिकों पर लगभग 30,68,000 रुपये का प्रशासनिक शुल्क भी लगाया है।

निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती ने विभिन्न हितधारकों जैसे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), विश्वविद्यालयों, दिल्ली पुलिस, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेपी), राज्य और केंद्र सरकार के कार्यालयों आदि को पत्र लिखा कर उन्हें अपने परिसर में मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए विभिन्न साधन अपनाने के लिए कहा है।

विभिन्न हितधारकों के मध्य इस स्थिति को लेकर बेहतर समझ पैदा करने के लिए जिला स्तर पर 26 बैठकें की गई हैं।

बयान में कहा गया है कि त्योहारों के मद्देनज़र नगर निगम विशेष जागरूकता अभियान चला रहा है। इस दौरान रामलीला मैदान और दुर्गा पूजा पंडालों में ‘फॉगिंग’ की जा रही है ताकि इन स्थलों पर मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।