संयुक्त राष्ट्र, दो दिसंबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस दिसंबर महीने के लिए 15 देशों वाली सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता के दौरान संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 14 दिसंबर को महात्मा गांधी की एक आवक्ष प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक-एक महीने के लिए क्रमवार मिलने वाली अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भारत ने बृहस्पतिवार को संभाली। भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के एक निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान अगस्त 2021 के बाद दूसरी बार परिषद का अध्यक्ष पद संभाल रहा है।

महात्मा गांधी की प्रतिमा संयुक्त राष्ट्र भवन के "प्रतिष्ठित" उत्तरी लॉन में स्थापित की जाएगी। ऐसा पहली बार होगा कि जब यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में महात्मा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।

साधारण समारोह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सदस्यों की उपस्थिति में होगा। इनमें पांच नए परिषद सदस्य - इक्वाडोर, जापान, माल्टा, मोजाम्बिक और स्विट्जरलैंड शामिल होंगे।

महात्मा गांधी की यह प्रतिमा पद्मश्री से सम्मानित जानेमाने भारतीय मूर्तिकार राम सुतार द्वारा बनाई गई है जिन्होंने 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को भी डिजाइन किया है। गांधी की यह प्रतिमा भारत की ओर से एक उपहार होगी।

परिषद में भारत का 2021-2022 का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। इसमें न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहली महिला स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज, दिसंबर महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष पद संभाल रही हैं।

भारत की अध्यक्षता और मासिक कार्य को लेकर यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कंबोज ने कहा कि भारत की अध्यक्षता के दौरान 14 और 15 दिसंबर को परिषद में जयशंकर की अध्यक्षता में सुधार बहुपक्षवाद और आतंकवाद रोध संबंधी दो कार्यक्रमों के अलावा दो अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।

कंबोज ने कहा, ‘‘पहला कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र में महात्मा गांधी के आगमन को चिह्नित करेगा।’’

पांच नए सदस्यों का परिषद में दो साल का कार्यकाल 1 जनवरी, 2023 से शुरू होगा और ये देश भारत, आयरलैंड, केन्या, मैक्सिको और नॉर्वे की जगह लेंगे।

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कला की उल्लेखनीय कृतियों में जर्मनी द्वारा दान की गई बर्लिन की दीवार का एक हिस्सा, सोवियत मूर्तिकला 'लेट अस बीट स्वॉर्ड्स इनटू प्लॉशर', दक्षिण अफ्रीका द्वारा उपहार में दी गई नेल्सन मंडेला की आदमकद कांस्य प्रतिमा आदि शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रदर्शन के लिए भारत की ओर से एकमात्र अन्य उपहार सूर्य देवता की 11वीं सदी की काले पत्थर की एक 'सूर्य' की मूर्ति है, जिसे 26 जुलाई, 1982 को उपहार स्वरूप दिया गया था। इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने संयुक्त राष्ट्र को उपहार के तौर पर दिया था।