नयी दिल्ली: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (स्नातकोत्तर) की काउंसलिंग एक सितंबर से शुरू होगी। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को दी।

नीट-पीजी 2022 परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्र अखिल भारतीय कोटा सीटों, राज्य के मेडिकल और डेंटल कॉलेज और केंद्रीय व डीम्ड विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान पाठ्यक्रमों और कॉलेजों के संबंध में अपनी पसंद भर सकेंगे।

अधिकारियों ने कहा कि पीजी काउंसलिंग सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और अखिल भारतीय कोटे की 50 प्रतिशत सीटों और मेडिकल व डेंटल कॉलेजों की राज्य कोटे की 50 प्रतिशत सीटों के लिए एक साथ शुरू होगी।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के तहत चिकित्सा परामर्श समिति (एमसीसी) ऑनलाइन मोड में काउंसलिंग आयोजित करेगी।

अधिकारियों के मुताबिक, इस बात को ध्यान में रखते हुए कि शैक्षणिक वर्ष 2021 के लिए नीट सुपरस्पेशलिटी काउंसलिंग में अभी भी 748 सीटें खाली हैं, सरकार ने सीटों की बर्बादी को रोकने के लिए और व्यापक जनहित में बिना किसी कट-ऑफ पर्सेंटाइल पात्रता के विशेष दौर की काउंसलिंग आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक बार का कदम होगा।

अधिकारियों ने बताया कि नीट-एसएस 2021 काउंसलिंग के लिए विशेष मॉप-अप राउंड दो मंगलवार से शुरू होगा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आमतौर पर नीट-पीजी जनवरी में आयोजित की जाती है और काउंसलिंग मार्च में शुरू होती है। हालांकि, कोविड-19 और पिछले साल की प्रवेश प्रक्रिया में देरी के कारण इस साल की परीक्षा 21 मई को हुई थी और परिणाम एक जून को घोषित किए गए थे।