बिलासपुर, : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा है कि जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकाले गए बालक राहुल की पढ़ाई की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। राज्य के जनसपंर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री बघेल बुधवार को राहुल को देखने बिलासपुर के अपोलो अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान राहुल की मां गीता साहू मुख्यमंत्री को देखते ही रो पड़ीं और राहुल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मुख्यमंत्री बघेल, राज्य शासन, जिला प्रशासन और बचाव दल को धन्यवाद दिया। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री करीब पांच मिनट तक अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रुके और राहुल की मां की बातें ध्यान से सुनते रहे।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने राहुल की मां को सांत्वना दी और कहा, ‘‘वास्तव में पूरे बचाव दल ने असाधारण काम किया है। यह हमारा फर्ज था। हमारे लिए एक-एक नागरिक की जान अनमोल है।’’ अधिकारियों ने बताया कि बघेल ने राहुल से भी बात की और हालचाल जाना।

बघेल ने गीता साहू से कहा, ‘‘राहुल की पढ़ाई की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी, आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।’’ अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को राहुल का बेहतर और समुचित इलाज करने का भी निर्देश दिया।

राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखंड के अंतर्गत पिहरिद गांव में शुक्रवार अपराह्न लगभग दो बजे राहुल साहू घर के पिछले हिस्से में खेलते समय एक खुले, सूखे पड़े बोरवेल में गिर गया था। 104 घंटे से भी अधिक समय तक चले बचाव अभियान के बाद मंगलवार रात लगभग 12 बजे राहुल को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। राज्य के अधिकारियों ने बताया कि राहुल को इलाज के लिए बिलासपुर शहर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया है कि राहुल को कई चोटें आई हैं, जिसके कारण उसे बुखार है। वह कई घंटों तक बोरवेल के अंदर था जिसके कारण बैक्टीरिया उसके शरीर में प्रवेश कर गए हैं तथा उससे संक्रमण हो गया है। राहुल के रक्त की जांच में भी यही बात सामने आयी है। उन्होंने बताया कि बालक को संक्रमण के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाएं दी जा रही हैं।