अमरावती, 11 अगस्त (भाषा) गोदावरी और कृष्णा नदियों के बृहस्पतिवार को उफान पर होने के कारण आंध्र प्रदेश के आठ जिलों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।

लगातार दूसरे महीने, गोदावरी नदी ने खतरे के दूसरे स्तर को पार किया है। राजामहेंद्रवरम के निकट डोवालेस्वरम में सर आर्थर कॉटन बैराज में बृहस्पतिवार की रात को प्रवाह 14.09 लाख क्यूसेक (प्रति सेकंड जल प्रवाह का घन फुट) था। दूसरी ओर, कृष्णा नदी पर बने प्रमुख बांध भी पूरी तरह भरे हुए हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के प्रबंध निदेशक बी. आर. आंबेडकर ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘हमने संबंधित जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और आवश्यक एहतियाती कदम उठाने के लिए तैयार रहने को कहा है क्योंकि नदियों में पानी का प्रवाह बढ़ रहा है।’’

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की तीन-तीन टीम बी. आर. आंबेडकर कोनसीमा, अल्लूरी सीताराम राजू और एलुरु जिलों में बचाव और राहत कार्यों के लिए तैनात की गई हैं क्योंकि कई मंडल बाढ़ से प्रभावित हैं।

आंबेडकर ने कहा, ‘‘हम यहां राज्य आपदा अभियान केंद्र से स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और जरूरी कदम उठा रहे हैं।’’