नयी दिल्ली : केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने सोमवार को कहा कि तापीय बिजलीघरों में कृषि अवशेषों से बने ईंधन (बॉयोमास पैलेट) की खरीद और उपयोग में तेजी लाने की जरूरत है।

सिंह और केंद्रीय पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव की सह-अध्यक्षता में उच्चस्तरीय अंतर-मंत्रालयी बैठक में दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली प्रबंधन के साथ तापीय बिजलीघरों में बायोमास के बने ईंधन के उपयोग के मामले में प्रगति की समीक्षा की गयी।

बिजली मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘सिंह ने बैठक में तापीय बिजलीघरों में जैव अपशिष्ट से बने ईंधन (छर्रे) की खरीद और उपयोग में तेजी लाने का आदेश दिया।’’

उन्होंने कहा कि कुल ईंधन में कम-से-कम पांच प्रतिशत जैव अपशिष्ट से बने ईंधन का उपयोग सुनिश्चित हो।

सिंह ने कहा कि बिजली कंपनियों को मौजूदा निविदाओं के लिये खरीद प्रक्रिया को जल्द-से-जल्द पूरा करने को लेकर हरसंभव प्रयास करने चाहिए।

देश में खरीफ फसलों की कटाई की शुरुआत हो चुकी है। उसको देखते हुए यह बैठक महत्वपूर्ण है।

बैठक में बिजली, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन के सचिवों, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।