गया (बिहार) : पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को बिहार के बोधगया में यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल महाबोधि महाविहार मंदिर में 17वें अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्त पाठ समारोह का उद्घाटन किया।

समारोह के दौरान बौद्ध भिक्षु पवित्र बोधि वृक्ष के नीचे भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का पाठ करते हैं। दस दिवसीय कार्यक्रम में नौ देशों के 4,000 श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।

कोविंद ने ट्विटर पर कहा, ‘‘महाबोधि मंदिर, बोधगया में 17वें अंतरराष्ट्रीय त्रिपिटक सुत्त पाठ समारोह का उद्घाटन किया। पवित्र बोधि वृक्ष के आसपास होना बहुत खुशी की बात है, एक ऐसा स्थान जिसे मैं हमेशा अपने दिल में गहराई से महसूस करता हूं। हमें हमेशा के लिए बौद्ध धर्म की आध्यात्मिक तरंगें प्रबुद्ध करती रहें।’’

अमेरिका से आए एक बौद्ध भिक्षु नवाफोंफट ओनहिम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुत्त पाठ सत्र हर दिन दो भागों में आयोजित किया जाएगा। पहला सुबह 7 बजे से 11 बजे तक और दूसरा दोपहर 1.30 बजे से शाम 5 बजे तक होगा।’’

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनके परिवार के सदस्यों ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए शुक्रवार को यहां एक मंदिर में पिंडदान किया। उन्होंने अपने पूर्वजों की आत्माओं की शांति और मुक्ति के लिए फल्गु नदी के तट पर और विष्णुपद मंदिर में अनुष्ठान और जल तर्पण किया। वे गया के महाबोधि मंदिर भी गए।