पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को मांग की कि बिहार में शहरी स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर लागू आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और शीर्ष सरकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए।

राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने बुधवार को नगरपालिका चुनावों की नयी तारीखों की घोषणा की। इन चुनावों में मतदान के लिए 18 दिसंबर और 28 दिसंबर की तारीख तय की गई हैं। ये चुनाव पहले अक्टूबर में होने थे, लेकिन पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इन्हें स्थगित कर दिया गया था।

भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने दावा किया कि बुधवार की अधिसूचना से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव स्थगित होने के बाद भी आदर्श आचार संहिता लागू थी, लेकिन भाजपा के इस तर्क को सरकार ने खारिज कर दिया था।

जायसवाल ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने सप्ताहांत में ‘हर घर गंगाजल’ योजना को काफी धूमधाम से शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने कई समारोहों में भाग लिया था, जिनमें नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों को विभिन्न विभागों द्वारा नियुक्ति पत्र दिए गए। वे कैबिनेट सहयोगियों और संबंधित नौकरशाहों के साथ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी हैं।’’

उन्होंने कहा कि वह एसईसी के समक्ष लिखित में विरोध दर्ज कराएंगे और ‘‘यदि आयोग कार्रवाई करने में विफल रहता है और राज्य सरकार के हाथों की कठपुतली की तरह व्यवहार करता है, तो हमारी पार्टी अदालत का रुख करेगी।’’