पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया एवं बोधगया में गंगाजल आपूर्ति योजना की शुरुआत करते हुए सोमवार को कहा कि गंगाजल की उपलब्धता के बाद लोगों की भूगर्भीय जल पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी।

नीतीश ने बोधगया के महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ऑनलाइन माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि गया नगर निगम के 53 एवं बोधगया के 9 वार्ड में सभी जगह गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल की आपूर्ति शुरू होने के बाद कभी भी पेयजल का संकट नहीं रहेगा क्योंकि प्रत्येक घर को रोजाना 135 लीटर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। नीतीश ने कहा कि गंगाजल हथीदह से पाइपलाइन के जरिए नवादा, राजगीर, गया और बोधगया आ रहा है और अगले वर्ष नवादा में भी गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।

गंगाजल आपूर्ति योजना पर राज्य सरकार ने 4,175 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगाजल की उपलब्धता के बाद लोगों की भूगर्भीय जल पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी, जिससे भूजल स्तर भी बना रहेगा।

कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने गया के मानपुर में 186.5 एमएलडी जलशोधन संयंत्र का भी उद्घाटन किया एवं संयंत्र का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। मानपुर में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नवादा में अभी इस योजना की शुरुआत होने में थोड़ा वक्त लगेगा।

मुख्यमंत्री ने सीताकुंड सहित अन्य स्थानों पर गंगाजल प्याऊ का भी शुभारंभ किया।