पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार गिराने की भाजपा की कथित कोशिश की आलोचना करते हुए इसे ‘‘अनैतिक और असंवैधानिक’’ तरीका करार दिया।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने जानबूझ कर ऐसे समय में महाराष्ट्र सरकार को संकट में डालने का प्रयास किया है जब राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ रहा है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संघीय ढांचे को भाजपा नीत केंद्र सरकार पूरी तरह से ध्वस्त कर रही है। वे एक अनैतिक और असंवैधानिक तरीके से महाराष्ट्र सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।’’

ममता ने महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक संकट का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘लोकतंत्र किस दिशा में जा रहा है? यदि एक लोकतांत्रिक सरकार लोकतंत्र को धराशायी कर देती है तो न्याय कैसे कायम रहेगा? लोगों के लिए, जनता के जनादेश के लिए और उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री) के लिए हम न्याय चाहते हैं।’’


गौरतलब है कि एमवीए का नेतृत्व कर रही शिवसेना के बागी विधायक मंगलवार को सूरत गए थे, जहां दिनभर ठहरने के बाद एक चार्टर्ड विमान से वे गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए। यह महाराष्ट्र में एमवीए सरकार गिराने की कोशिश दिख रही है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा से विधायकों को असम के बजाय बंगाल भेजने को कहा, जहां वे उनका अच्छा आतिथ्य सत्कार करेंगी। ममता ने कहा, ‘‘आप असम सरकार को संकट में क्यों डाल रहे हैं जब वे बाढ़ का सामना कर रहे हैं? उन्हें (विधायकों को) बंगाल भेज दीजिए और हम उनका अच्छा आतिथ्य सत्कार करेंगे और लोकतंत्र का भी ध्यान रखेंगे।’’


उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं को ED द्वारा समन किए जाने का जिक्र करते हुए दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कम से कम 200 कार्यकर्ताओं को केंद्रीय एजेंसियों ने अपने समक्ष उपस्थित होने को कहा है, जबकि वे आरोपी नहीं हैं। ममता ने कहा, ‘‘आज, आप (भाजपा) शासन (केंद्र में) कर रहे हैं और यही कारण है कि आप धन-बल और माफिया का इस्तेमाल कर रहे हैं इस तरह से लोकतंत्र को खत्म नहीं करिए। धन या ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर राजनीतिक दलों को खंडित नहीं करिए।’’