तिरुवनंतपुरम:केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि विमान में उनका विरोध कर रहे युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं पर एलडीएफ के संयोजक ई.पी.जयराजन द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले के सिलिसले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी।

यह कथित झड़प विमान के उतरने के बाद उस वक्त हुई, जब उसमें सवार मुख्यमंत्री विजयन का युवा कांग्रेस के कार्यकताओं ने विरोध किया। मुख्यमंत्री का दावा है कि जयराजन ने हमले को रोकने की कोशिश की थी।

विजयन ने सरकार के इस रुख का संकेत विधानसभा में बुधवार को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दिया। विपक्ष ने यह सवाल पूछा था कि क्या जयराजन द्वारा युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं पर किए गए हमले के सिलसिले में उनके (जयराजन के) खिलाफ पुलिस प्राथमिकी दर्ज करेगी।

कथित घटना का वीडियो समाचार चैनलों पर प्रसारित किया गया।

मुख्यमंत्री ने प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा,‘‘नहीं’’ (प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी)। उन्होंने कार्रवाई नहीं करने की वजह बताते हुए कहा कि जयराजन ने मुख्यमंत्री पर युवा कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए हमले को रोकने की कोशिश की जिनमें से दो अब पुलिस हिरासत में हैं, जिन्होंने ना तो पुलिस के समक्ष और ना ही अदालत में कहा कि एलडीएफ के संयोजक ने उनपर हमला किया था।

विधानसभा में विजयन ने कहा कि ई-मेल के जरिये शिकायत मिली कि सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के संयोजक ने युवा कार्यकर्ताओं पर हमला किया, लेकिन जांच में पाया गया कि आरोप युवा कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए अपराध को कमतर करने के लिए लगाया गया।

उन्होंने कहा कि इसलिए एलडीएफ के संयोजक के खिलाफ प्राथमिकी या जांच का आदेश देने की जरूरत नहीं है।

एक अन्य प्रश्न के तहत पूछा गया था कि क्या जयराजन के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कानूनी सलाह ली गई है? इसपर मुख्यमंत्री ने कहा,‘नहीं’।

गौरतलब है कि 13 जून को मुख्यमंत्री विजयन विमान से कुन्नूर से तिरुवनंतपुरम की यात्रा कर रहे थे। आरोप है कि उसी दौरान युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।