तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि केरल राज्य में सभी का सम्मान करता है और यह खुद को विभाजित होने या नफरत फैलाने की अनुमति नहीं देता है और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इन्हीं विचारों का विस्तार है।

गांधी ने यात्रा के पांचवें दिन की समाप्ति पर बड़ी संख्या में लोगों को संबोधित करते हुए यहां कहा, ‘‘केरल के लोगों के लिए एक साथ खड़े होना, सद्भाव में एक साथ काम करना स्वाभाविक और सामान्य है और आपने इसे देश के बाकी हिस्सों को दिखाया है।’’

उन्होंने कहा कि राज्य में एक अच्छी शिक्षा प्रणाली है और ‘‘सबसे अधिक करुणामय नर्स’’ हैं और इसकी वजह यह है कि ‘‘केरल इस राज्य में सभी का सम्मान करता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह खुद को विभाजित नहीं होने देता और न ही राज्य में नफरत फैलाने देता है। और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इन्हीं विचारों का विस्तार है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस यात्रा के माध्यम से जो संदेश फैलाने की कोशिश कर रही है, वह कोई नया संदेश नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी पुराना संदेश है, जो केरल के डीएनए में है।’’

गांधी ने यात्रा का समर्थन करने के लिए इतनी बड़ी संख्या में आने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया।

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का केरल में 19 दिन का सफर राजधानी तिरुवनंतपुरम के पारस्साला इलाके से रविवार सुबह शुरू हुआ। तीन घंटे की यात्रा का पहला चरण यहां नेय्यत्तिनकारा में पूर्वाह्न लगभग साढ़े दस बजे समाप्त हुआ और तीन घंटे का दूसरा चरण शाम पांच बजे से शुरू हुआ।

गांधी ने जीआर पब्लिक स्कूल के छात्रों और बलरामपुरम के हथकरघा श्रमिकों के साथ बातचीत की।

कांग्रेस की केरल इकाई द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि गांधी ने कम वेतन, सरकार से लाभ की कमी और कच्चे माल की बढ़ती लागत जैसी बुनकरों की चिंताओं को सुना और कहा कि वह उन्हें न केवल हथकरघा श्रमिकों के रूप में देखते हैं, बल्कि उन लोगों के रूप में देखते हैं, जो एक ऐतिहासिक और पारंपरिक उद्योग की रक्षा कर रहे हैं।

उनके काम की प्रशंसा करते हुए, उन्होंने सुझाव दिया कि वे नए डिजाइन और नवाचारों के साथ आते हैं।

कार्यकर्ताओं ने उन्हें हथकरघा से बना कांग्रेस का चिन्ह भी भेंट किया।

यात्रा के दौरान गांधी के साथ मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, “भारत जोड़ो यात्रा के चौथे दिन की दोपहर में राहुल गांधी ने भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्मारकों में से एक का दौरा किया। श्री अय्यंकाली 20वीं सदी के सबसे महान समाज सुधारकों में से एक थे, जिन्होंने लाखों वंचित लोगों को सशक्त बनाया।’’

कांग्रेस नेताओं ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यात्रा के वास्ते सुबह के चरण के लिए भीड़ जुटाने का हमारा इरादा कभी नहीं था। यात्रा के दोपहर के चरण के लिए ही कांग्रेस कार्यकर्ता यात्रा में भाग लेने के लिए समर्थकों को जुटाने जा रहे थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, सुबह हमें जो प्रतिक्रिया मिली, वह हमारी उम्मीदों से परे थी।’’

‘भारत जोड़ो यात्रा’ और विभिन्न कांग्रेस नेताओं के ट्विटर हैंडल पर दिखाए गए हवाई दृश्यों में, यह बड़े जुलूस की तरह थी, जो सैकड़ों मीटर लंबा लग रही थी।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने यात्रा की तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर समाज का हर वर्ग उत्साहित है और यह किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों की भागीदारी और उत्साह से स्पष्ट हो चुका है।

उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, “देश के लोगों का संदेश स्पष्ट है- महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक संकट और विभाजनकारी राजनीति खत्म होनी चाहिए।”

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष और सांसद के. सुधाकरन, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव तारिक अनवर तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी का औपचारिक रूप से स्वागत किया, जिसके बाद केरल में यह यात्रा शुरू हो गयी।

राहुल गांधी का स्वागत करने वाले पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं में कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल और शशि थरूर के साथ ही केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी तथा रमेश चेन्नीथला शामिल रहे।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी।

तमिलनाडु सीमा के करीब पारस्साला से केरल में प्रवेश करने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष 19 दिनों में मलप्पुरम के नीलांबर तक 450 किलोमीटर लंबी यात्रा करेंगे।

यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेगी और 150 दिनों की अवधि में तमिलनाडु में कन्याकुमारी से जम्मू और कश्मीर तक 3,570 किमी की दूरी तय करेगी।

देश के 22 शहरों में रैलियां होंगी।